रक्तदान शिविर
संस्था द्वारा मई/जून मे पड़ने वाली श्री शनि जयंती और 15 दिसंबर के बाद पड़ने वाले शनिवार को प्रतिवर्ष मनाये जाने वाले मंदिर वार्षिकोत्सव पर “रक्तदान शिविर” लगाए जाने का कार्य पिछले 2023 से शुरू किया गया हैं। इससे पूर्व भी अनेकों बार भी कई अवसरों पर रक्तदान शिविर लगाए गए हैं। 6 जून 2024 को लगाया गया रक्तदान शिविर ऋषिकेश aiims की टीम के सहयोग से लगाया गया था।
स्वैच्छिक रक्तदान:
- हमारे शिविर में सभी रक्तदाता स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं। हम सभी स्वस्थ व्यक्तियों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करते हैं ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त मिल सके।
स्वास्थ्य परीक्षण:
- रक्तदान से पहले सभी रक्तदाताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसमें रक्तचाप, हीमोग्लोबिन स्तर, और अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों की जांच शामिल है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रक्तदान सुरक्षित और प्रभावी हो।
सुरक्षा और स्वच्छता:
- रक्तदान शिविर में उच्चतम स्तर की स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है। सभी उपकरण और सामग्री स्वच्छ और सुरक्षित होती हैं, और रक्तदान प्रक्रिया को प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों द्वारा संचालित किया जाता है।
प्रोत्साहन और सम्मान:
- सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा, रक्तदान के बाद उन्हें पौष्टिक आहार और पेयजल प्रदान किया जाता है ताकि वे स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस कर सकें।
समुदाय सहभागिता:
- रक्तदान शिविर में समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है। स्थानीय निवासियों, संगठनों, और संस्थानों को रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है और उन्हें शिविर में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है।
जागरूकता कार्यक्रम:
- रक्तदान के महत्व और इसके लाभों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। इन कार्यक्रमों में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाती है और रक्तदान के प्रति मिथकों को दूर किया जाता है।
हमारा उद्देश्य है कि शनि देव मंदिर के रक्तदान शिविर में अधिक से अधिक लोग भाग लें और इस महान कार्य में योगदान दें। मंदिर प्रबंधन की टीम हमेशा आपकी सेवा में तत्पर है और रक्तदान के माध्यम से समाज की सेवा के लिए समर्पित है।