Shanidev Mandir में डेली रसोई एक महत्वपूर्ण सेवा है जो मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए हर दिन आयोजित की जाती है। यहां पर भक्तों के लिए निशुल्क भोजन (प्रसाद) का आयोजन होता है, जिसे मंदिर की रसोई में श्रद्धा और सेवा भावना से तैयार किया जाता है।
डेली रसोई में क्या-क्या होता है?
- भोजन की तैयारी:
- सुबह-सुबह मंदिर की रसोई में भोजन तैयार करने का काम शुरू होता है। इसमें चावल, दाल, सब्ज़ी, रोटी और कभी-कभी खीर जैसे व्यंजन शामिल होते हैं।
- खाना पूरी तरह से शुद्ध और सात्विक होता है, जिसमें प्याज और लहसुन का प्रयोग नहीं किया जाता।
- भोजन का वितरण:
- भोजन को सभी भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। जो लोग दर्शन के लिए आते हैं, वे भोजन के इस महाप्रसाद का आनंद ले सकते हैं।
- सेवा का भाव:
- भोजन तैयार करने और वितरित करने में स्थानीय स्वयंसेवक और मंदिर के सेवादार जुड़ते हैं। इसे सेवा का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है, और इसमें भाग लेना भक्तों के लिए पुण्यदायक होता है।
- समुदाय के लिए सहयोग:
- डेली रसोई में न सिर्फ मंदिर के भक्तों, बल्कि गरीब और भूखे लोगों को भी भोजन कराया जाता है। इस सेवा से समाज में एकता और सहयोग का भाव प्रकट होता है।
- भोजन के नियम और अनुशासन:
- भोजन एक निश्चित समय पर शुरू होता है, और लाइन में लगकर अनुशासन से भोजन ग्रहण किया जाता है। प्रसाद ग्रहण करने से पहले और बाद में प्रार्थना की जाती है।
शनि देव मंदिर की डेली रसोई एक सजीव उदाहरण है कि किस प्रकार मंदिर न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सामाजिक और मानवीय सेवाओं में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह सेवा एकता, समानता और सहयोग का प्रतीक है।